डेंगू एक वायरल बुखार है, एडीस एजिप्टी नामक मच्छर के काटने से होता है. डेंगू दुनिया भर में उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है. उदाहरण स्वरूप, दक्षिण पूर्व एशिया के कई देशों में डेंगू बुखार एक स्थानिक बीमारी है. एडीस एजिप्टी मच्छर में डेन-1, डेन-2, डेन-3, डेन -4 (DEN-1, DEN-2, DEN-3 and DEN-4) नामक वायरस होते है. जो काटने से बाद मनुष्य के रक्त में प्रवेश कर जाते हैं. वायरस शरीर में पहुंचने के बाद संक्रमित व्यक्ति में बुखार के लक्षण दिखाई देने लगते है. इस बुखार की तीन अवस्थाएं होती है;
प्रथम अवस्था में सामान्य डेंगू बुखार होता है.
द्वितीय अवस्था
डेंगू बुखार के लक्षण क्या हैं?
जब तक डेंगू बुखार ज्यादा गंभीर नहीं होता तब तक बच्चों या किशोर में मुश्किल से इसके लक्षण दिखाई देते हैं. इसके लक्षण संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के चार से सात दिनों तक रहते हैं. इसमें मुख्य लक्षण निम्नवत है-
- सरदर्द
- आंखों में दर्द होना
- जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द
- उल्टी आना
- जी मिचलाना
- ग्रंथियों में सूजन आना
- रैश इत्यादि