मानव विकास सूचकांक (Human Development Index)
मानव विकास सूचकांक (HDI) – Human Development Index का प्रतिपादन 1990 में यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (UNDP) से जुड़े अर्थशास्त्री महबूब उल हक तथा उनके सहयोगी अर्थशास्त्री प्रो. अमृत्य सेन तथा सिंगर हंस ने किया। यह जीवन प्रत्याशा, शिक्षा और आय के मानकों के आधार पर प्रकाशित की जाती है. सबसे पहले 1990 में एचडीआई रिपोर्ट जारी की गई थी। उसके पश्चात प्रत्येक वर्ष यह रिपोर्ट प्रकाशित किया जा रहा है. HDI की धारणा ‘कैपेबिलिटीज के विस्तार’ की अवधारणा पर आधारित है. इसके तीन आधारभूत आयाम है – ज्ञान, जन्म के समय जीवन प्रत्याक्षा तथा क्रय शक्ति समायोजित प्रतिव्यक्ति के रूप में प्रदर्शित जीवन निर्वाह का स्तर.