आरंभिक मानव:विषय के बारे में जानकारी
- पुरातत्त्वविदों द्वारा प्राप्त होती है।
- पुरातत्त्वविदों को कुछ ऐसे वस्तुएँ मिली है जिनका निर्माण और उपयोग आखेटक खाद्य संग्राहक किया करते थे यह संभव है की लोगो ने अपन काम के लिए पत्थरो ,लकड़ियों और हड्डियों के बनाए हो इनमे से पत्थर के औजार आज भी बचे है।
- कुछ के साथ हड्डियों या लकड़ियों के मुट्ठे लगाकर भाले और बाण बनाए जाते थे।
- जो उपमहाद्वीप मे 20 लाख साल पहले रहते थे ,उन्हें आज आखेटक खाद्य संग्राहक के नाम से जानते है।
- उस समय के लोग मछली,चिड़िया, जंगली जानवर आदि का शिकार करके खाया करते थे।
आरंभिक मानव: एक स्थान से दूसरे स्थान पर क्यों जाया करते थे?
- जानवरो का शिकार करते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच जाते थे।
- मौसम बदलने से होने वाले प्रभावों जैसे सूखा पड जाना , बाढ़ ,अतियंत गर्मी या सर्दी के कारण लोग अपना स्थान बदलते थे। मौसम के अनुसार अलग अलग फल और फूल की खोज मे निकल जाते थे।
- एक ही स्थान पर ज़्यादा दिन रहने के कारण वह के आस-पास के फल -फूल ,पीड़-पोेधे ,जानवर आदि खाकर समाप्त कर देते थे इस कारण भी उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ता था।
- लाल त्रिकोण वाले स्थान पुरस्थल हैं जहाँ पर आखेटक खाद्य संग्राहक के होने के प्रमाण मेले है। इसके आलावा और भी कई स्थानों पर आखेटक खाद्य संग्राहक रहते है।
- ये लोग रहने के लिए ऐसे स्थान को चुनते थे जहाँ इनको भोजन के सुविधा हो। जेसे शिकार करने को जानवर ,फल ,पानी आदि आराम से प्राप्त कर सके।
- साथ ही ये इस बात का भी ध्यान रखते थे की इनको कोई जंगली जानवर न नुकसान पूछा पाए।
- आपदाए जैसे सर्दी ,गर्मी ,बरसात ,तूफान,से बचाव करने के लिए गुफाओं को चुनते थे।
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शैल चित्रकला :-जिन गुफाओ मे लोग रहते थे उनमे कुछ दिवो पर चित्र मिले है। जिनमे कुछ उदहारण मध्य प्रदेश और दश्रिणी उत्तर प्रदेश की गुफाओ से चित्र है।
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आग की खोज
सबसे पहले राख को कुरनूल गुफा में पुरातत्त्वविदों ने पाया था ,इससे ये भी पता चलता है की आरंभिक मानव आग जलना सिख गए थे। आग का प्रयोग कुढ़ को जंगली जानवर से बचने क लिए व मॉस को पकने क लिए प्रयोग करा करते थे।
नाम और तिथियाँ
- पुरातत्त्वविदों ने आरंभिक काल का नाम पुरापाषाण काल रखा।
- पुरापाषाण काल 20 लाख साल से 12000 साल पहले के दौरान मन जाता है।
आओ याद करे
प्रश्न:- इन वाक्य को पूरा करो।
1. आखेटक खाद्य संग्राहक गुफाओ मे इसलिए रहते थे क्योकि _____________
यहाँ उन्हें सर्दी,धुप,गर्मी,बारिश,तूफान व् जंगली जानवरो से भी सुरक्षा मिलते थी।
2. खास वाले मैदान का विकास _______ साल पहले हुआ।
उत्तर: 12000
प्रश्न:-2 खेती करने वाले लोग एक ही स्थान पर लम्बे तक क्यों रहते थे?
उत्तर: खेती करने वाले लोग एक ही स्थान पर लम्बे तक इसलिए रहते थे क्योकि भूमि को उपजाऊ बनाने मे उनको बहूत परिश्रम करना पड़ता था ,और फिर खेती करने के बाद उसकी देखरेख करना ,सिचाई करना व फल का इंतज़ार करा करते थे।
प्रश्न 3: पुरातत्त्वविदों ऐसा क्यों मानते है की मेहरगढ़ के लोग पहले केवल शिकारी थे और बाद मे उनके लिए पशुपालन ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया?
उत्तर: मेहरगढ़ ईरान जाने वाले रस्ते के पास स्थिर है। इस स्थान पर खुदाई के सबके पहले स्तरों में शिकारी होने का प्रमाण देते हैं। लेकिन खुदाई के बाद घरेलु मवेशियों के हड्डिया ज्यादा मिली है,जो हमें इस बात का संकेत देते है के बाद के वर्षो में मेरहरगढ़ के लोगो के लिए पशु को पलना महत्वपूर्ण हो गया था।
प्रश्न 4:. आखेटक खाद्य संग्राहक एक स्थान से दूसरे स्थान पे क्यों घूमते रहते थे ? उनकी यात्रा और आज के हमारे यात्रा के कारणों में क्या समानताए या क्या भिन्नताए हैं ?
उत्तर: वे लोग खाने की तलाश मे ,मौसम परिवर्तन के कारन एक जगह से दूसरी जगह पर जाना पड़ता था, आज लोग घूमने फिरने क लिए,काम की तलाश मे ,व्यापार के लिए ,पढ़ाई करने क लिए अलग-अलग जगहों प जाया करते है.
यात्रा की समानताए :-
आज भी चरवाहे अपने जानवरो के लिए चारे और पानी की तलाश में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाया करते है।
यात्रा करने की असमानताए:-
1. वर्तमान मे लोग खुद आनाज उगाते है ,पहले के लोग खाने की तलाश मे इधर-उधर भटका करते थे।
2. आज लोग अपने उल्लास के लिए अलग अलग जगह प घूमना पसंद करते है।
प्रश्न 5: आखेटक खाद्य संग्राहक आग का का उपयोग किन-किन चीज़ो के लिए थे? क्या तुम आज आग का उपयोग इनमे से कैसे चीज के लिए करोगे?
उत्तर: आखेटक खाद्य संग्राहक निम्नलिखित चीज़ो का प्रयोग करा करते थे :-
- मांस पकाने के लिए
- जंगली जानवरो से बचाव के लिए
- प्रकाश के लिए
- वर्तमान समय मे लोग आग का प्रयोग खाना बनाने के लिए प्रयोग करा करते है।
प्रश्न 6. कृषको-पशुपालको का जीवन आखेटक खाद्य संग्राहक के जीवन से कितना भिन्न था,तीन अंतर बताओ?
उत्तर: कृषको-पशुपालको का जीवन आखेटक खाद्य संग्राहक के जीवन से इस प्रकार भिन्न था,तीन मुख्य अंतर:
- कृषको-पशुपालको ने एक स्थान पर टिक्कर रहना शुरू कर दिया था जबकि आखेटक खाद्य संग्राहक एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते थे।
- कृषक-पशुपालक खेती करा करते थे जबकि आखेटक खाद्य संग्राहक जानवरो का मांस व फल खाया करते थे।
- कृषक-पशुपालक अन्न का भण्डारण करते थे और आखेटक खाद्य संग्राहक ऐसा कुछ नहीं करते थे वह हर दिन का भोजन तभी ढूंढ़ते थे।