उत्तर वैदिक काल:
- इस अध्याय में जनपदों, महाजनपद व गण की चर्चा की गई है।
- इसी के साथ-साथ मगध साम्राज्य की एवम सिकंदर के बारे में भी बताया गया है।
- राजा का चुनाव जनों द्वारा होता था, परन्तु लगभग 3000 साल पहले कुछ लोग अश्वमेघ यज्ञ करवाकर राजा बने थे।
- आम जनता इस अनुष्ठान में राजा के लिए उपहार लाते थे।
- शुद्रो को इन अनुष्ठानो शामिल होने की अनुमति नही थी।
जनपद:
- महायज्ञों को करने वाले राजाओ को अब जन के नहीं बल्कि जबपदो के राजा माने जाने लगा।
- दिल्ली में पुराण किला, उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हस्तिनापुर और एटा के पास अतरंजीखेड़ा इनमे प्रमुख है।
- यह लोग झोपियों में रहते थे।
- वह लोग चावल, गेहू ,धान,जौ ,दाले,तिल उगाया करते थे।
- खुदाई में धूसर एवं कुछ लाल रंग के चित्रत-धूसर पात्र मिले है।
महाजनपद:
- करीब 2500 वर्ष पहले, कुछ जनपद अधिक महत्वपूर्ण हो गए और इसी कारण इन्हे महाजनपद कहा जाने लगा।
- इनकी एक राजधानी होती थी।
- कई राजधानियों में किलेबंदी की गई थी।
- कुछ वेतन देकर सैनिक रखते थे।
कर:
- फसलों का कर:-उपज का 1/6 भाग
- कारीगरों पर कर:- श्रम के रूप में राजा के लिए महीने में एक दिन काम करना पड़ता था।
- पशुपालक पर कर:- जानवरो या उसके उत्पादनो के रूप मई कर देना पड़ता था।
- व्यापारियों को सामान खरीदने व बेचने के लिए भी कर देना पड़ता था।
कृषि में परिवर्तन:
- हल के फाल लोहे के बनने लगे जिससे पैदावार में वृद्धि हुई।
- धान का रोपण होने लगा।
मगध :
- गंगा और सोन जैसे कुछ नदिया मगध से होकर बहती थी।
- मगध का एक हिस्सा जंगलों से भरा था।
- एक क्षेत्र में लौहे अयस्क की खदाने थी। मजबूत औजार और हथियार बनाने के काम आया करती थी।
- राजगृह मगध की राजधानी थी कुछ सालो बाद पाटलिपुत्र को राजधानी बना दिया गया।
वज्जि:
वैशाली राजधानी हुआ करती थी।
सभाओ में बात चीत,बहस और विवाद के जरिए योजना बनाते थे।
महिलाओं ,दास/दासी और कम्माकर इन सभाओं में हिस्सा नहीं ले सकते थे।
महत्वपूर्ण तिथियाँ :
- नए शासक – 3000 वर्ष पहले
- महाजनपद – 2500 वर्ष पहले
- गण – 1500 वर्ष पहले
आओ याद करे:
प्रश्न 1. महाजनपद के राजा ने क़िले क्यों बनवाए ?
उत्तर:- दुष्मन राज्यो के आक्रमण के भय से तथा अपने राज्य की सुरक्षा के लिए।
प्रश्न 2 :- आज के शासकों के चुनाव की प्रक्रिया जनपदों के चुनाव से किस तरह भीं भिनं थी ?
उत्तर :- आज के समय में वोटिंग मशीन का प्रयोग करा जाता है ,लोग अपना मध् अपने पसंदिता शासक को दे सकते है और यह प्रक्रिया गुप्त रहती है। पहले यज्ञों के दवारा राजा घोषित करे जाते थे।